सूरह यासीन कुरान का दिल है जो शख्स दिन के वक़्त इस सुरह की तिलावत करेगा खुदा की अमान में रहेगा और रात को सोने से पहले तिलावत करने वाले के लिए खुदा वन्देआलम एक हज़ार फरिश्ते मुक़र्रर फरमाएगा ! जनाब रसूल ए खुदा सल्ललाह अ. स. से रिवायत है के जो शख्स कुर्बतन एल्लाल्ला इस सुरह को पढ़े इसके तमाम गुन्हा बक्शे जाएगे और सवाब 12 कुरान मजीद के खत्म करने का इसको हासिल होगा और दूसरी रिवायत में है के 22 कुरान मजीद खत्म करने का सवाब मिलेगा अगर बीमार के सिरहाने इस सुरह को पढ़े तो बेशुमार, हर हर्फ़ के दस फ़रिश्ते इसके पास हाज़िर होगे ! सूरह यासीन शरीफ अंदाज़े बयान पर गौर करने से महसूस होता है कि इस सूरत का नाज़िल होने का ज़माना या तो मक्का के दौर या मतोसत का आखरी ज़माना हे या फिर क़याम मक्का के आखरी दौर की सूरतों में से है। deeninhindi